Sex ke baad
इसमें उन्हें भी मज़ा आ रहा था और वे और जोर से मेरी चूत चुदाई करने लगे। वे ‘रण्डी … छीनाल … आज फाड़ दूंगा तेरे भोसड़े को …’ कहते हुए जोर जोर से मुझे चोदने लगे।
मैं अपनी चरम सीमा पर थी और मैं भी अपनी कमर को जोर जोर से हिलाते हुए चुदने लगी। वे यह बात समझ गये और ज्यादा जोर लगाते हुए धक्के लगाने लगा और मैं झड़ गयी।
फिर उन्होंने मुझे घोड़ी बनाया और मेरी चुत चाटने लगे और चूचे दबाने लगे।
मैं फिर से गर्म हो गई। ताऊ यह बात समझ गए और घोड़ी बनाते हुए मेरी चुत में फिर से एक झटके में पूरा लंड उतार दिया और धुंआधार चुदाई चालू कर दी।
अबकी बार हम दोनों साथ में अपना पानी छोड़ा।
वो आखिरी पल का जो आनन्द का अहसास होता है उसको बस महसूस किया जा सकता है।कुछ देर तक निढाल होकर हम दोनों एक दूसरे की बांहों में पड़े रहे। मैंने मोबाइल में टाइम देखा तो टाइम ज्यादा हो गया था। मैंने जल्दी से उठकर कपड़े पहने और जाते हुए उसको एक किस देकर जाने लगी मैंने उन्हें लेट होने पर घर वालों का शक करने पर चिंता जताई।
तो वे हंसते हुए बोले- मैंने ही तुम्हारी मामी को तुम्हें खेत में भेजने के लिए बोला था।
इस बात से मैं हैरान रह गई और उनसे पूछा तो वो बोले- अब तुम लेट हो रही हो. घर जाकर फोन पर बताता हूं। और इस तरह मैं बाहर आ गई, बाहर अभी भी बच्चे खेल रहे थे और आस पास कोई नहीं था। यह देखकर मैंने चैन की सांस ली और घर वापिस आ गई
मैं अपनी चरम सीमा पर थी और मैं भी अपनी कमर को जोर जोर से हिलाते हुए चुदने लगी। वे यह बात समझ गये और ज्यादा जोर लगाते हुए धक्के लगाने लगा और मैं झड़ गयी।
फिर उन्होंने मुझे घोड़ी बनाया और मेरी चुत चाटने लगे और चूचे दबाने लगे।
मैं फिर से गर्म हो गई। ताऊ यह बात समझ गए और घोड़ी बनाते हुए मेरी चुत में फिर से एक झटके में पूरा लंड उतार दिया और धुंआधार चुदाई चालू कर दी।
अबकी बार हम दोनों साथ में अपना पानी छोड़ा।
वो आखिरी पल का जो आनन्द का अहसास होता है उसको बस महसूस किया जा सकता है।कुछ देर तक निढाल होकर हम दोनों एक दूसरे की बांहों में पड़े रहे। मैंने मोबाइल में टाइम देखा तो टाइम ज्यादा हो गया था। मैंने जल्दी से उठकर कपड़े पहने और जाते हुए उसको एक किस देकर जाने लगी मैंने उन्हें लेट होने पर घर वालों का शक करने पर चिंता जताई।
तो वे हंसते हुए बोले- मैंने ही तुम्हारी मामी को तुम्हें खेत में भेजने के लिए बोला था।
इस बात से मैं हैरान रह गई और उनसे पूछा तो वो बोले- अब तुम लेट हो रही हो. घर जाकर फोन पर बताता हूं। और इस तरह मैं बाहर आ गई, बाहर अभी भी बच्चे खेल रहे थे और आस पास कोई नहीं था। यह देखकर मैंने चैन की सांस ली और घर वापिस आ गई
1 年 前